Basant Panchami 2023 : सनातन धर्म में बसंत पंचमी का बहुत बड़ा महत्व है। आइए हम इस पर्व के बारे में विस्तार में जानते हैं ।

परिचय :
नमस्कार दोस्तों ! आशा करता हूं आप सभी स्वस्थ होंगे खुश होंगे और आपके परिवार में भी सभी खुश होंगे । तो दोस्तों आज मैं आपको कल होने वाली पर जाने की बसंत पंचमी के बारे में आपको विस्तार में बताने जा रहा हूं कि क्या है इनके महत्व औरत कब है शुभ मुहूर्त ।
Basant Panchami 2023 :

बसंत पंचमी हिंदुओं का एक बहुत बड़ा आस्था और श्रद्धा का पर्व है जो भी हम काफी धूमधाम से मनाते हैं और हम इस दिन मां सरस्वती की प्रार्थना करते हैं । यह पर्व इतनी श्रद्धा और सरल भाव से मनाते हैं इसी कारण से हम इस पर्व को सस्वती पूजा के नाम से जानते हैं और बसंत पंचमी के नाम से जानते हैं ।ऐसी मान्यता भी है कि इस दिन से ही बसंत ऋतु का आगमन हो जाता है और बहुत ही अच्छी मौसम की शुरुआत हो जाती है तो हम इस कारण से भी बसंत पंचमी कहते हैं । और हम सभी को इनकी वंदना करनी चाहिए ।
इस पर्व को हम माघ महीने के पांचवें दिन मनाते हैं इसी वजह से इसे बसंत पंचमी के नाम से जाना जाता है और यह पर्व हिंदुओं के लिए एक बहुत ही बढ़िया आस्था का पर्व है और इस पर से होली पर्व की शुरुआत भी हो जाती है ।
Changes after Basant panchmi :
बसंत पंचमी के आते ही मौसम काफी बाग बाग हो जाता है सभी तरफ हल्की-हल्की हवाएं चलती रहती हैं और काफी नजारा भी सुंदर हो जाता है । और या वर्ष का वह समय भी होता है जब खेतों में सरसों के पीले फूल खिलने लगते हैं जो की बहुत ही सुनहरे सोने के जैसे चमकते हैं ।
Basant panchami 2023 की तिथी :
हिंदू कैलेंडर और हिंदू रीति रिवाज के अनुसार हम सरस्वती पूजा माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन हर साल बहुत ही हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाते हैं। इस दिन मां सरस्वती की विधि विधान से पूजा अर्चना करते हैं और हम सभी उनको आराधना करते हैं । मान्यता है कि मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को माता सरस्वती प्रकट हुई थी और इस दिन को मां सरस्वती के प्रकट दिवस के रूप में भी मनाते हैं और इस साल सरस्वती पूजा 26 जनवरी दिन गुरुवार को मनाया जाएगा और हम सभी सनातनी एक निष्ठा भाव से इनकी पूजा-अर्चना करेंगे ।
Basant panchami 2023 शुभ मुहूर्त :

∆ माघ मास की पंचमी तिथि आरंभ : 25 जनवरी 2023, दोपहर 12 बजकर 34 मिनट पर
∆ माघ मास की पंचमी तिथि समापन : 26 जनवरी 2023 प्रातः 10 बजकर 28 मिनट तक
∆ पूजा का शुभ मुहूर्त: 26 जनवरी 2023 प्रातः 7 बजकर 12 मिनट से दोपहर 12 बजकर 34 मिनट तक
∆ चूंकि उदया तिथि में बसंत पंचमी 26 जनवरी को पड़ेगी, इसलिए इसी दिन यह पर्व मनाना शुभ होगा और सरस्वती पूजन का लाभ मिलेगा।
सरस्वती पूजा एक ऐसा श्रद्धा का पर्व है और ऐसा एक पवित्र पर्व है जो कि सभी को अवश्य ही करना चाहिए इसे करने से ज्ञान की प्राप्ति होती है और सरस्वती मां ज्ञान दायिनी भी है ।
आखिरी शब्द :
तो दोस्तों मैं आशा करता हूं आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा होगा । तो प्लीज गाइड आप इस आर्टिकल को जरूर से जरूर लाइक करिएगा और कमेंट भी करके बताइएगा ।
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